गुरुवार, 1 फ़रवरी 2018

INDIAN BAY LEAF

                       तेजपत्ता ( दालचीनी  )

      तेजपत्ता स्वाद ,सुगंध ,औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी के अलावा भारतीय रसोई की शान है। भारत ,बंगलादेश ,नेपाल ,भूटान चीन इत्यादी देशों में पाया जाने वाला पेड़ है। 50 -60 फीट हाईट वाला पेड़ है। 100 साल के करीब इसकी आयु है। जीतना पुराना पेड़ हो जाता है तो इसके तना और छाल से ही दालचीनी मिलता है। इस पेड़ से तेजपत्ता और दालचीनी दोनों ही मिलता है जो रसोईं में मसाले का काम करता है। साल में दो बार कटाई -छटाई कर पत्ता सूखा कर मसाले के काम में लेलेते है।नया पत्ती लाल -लाल  पेड़ में  सुंदर दिखता है।
        जब छोटे थे तो दादा अपने मित्र के घर से खूब सारा तेजपत्ता लाते थे दादी पत्तों को सूखा कर रखती थी।फिर माँ रसोईं में काम में लेती थी।  दादा अपने मित्रों के साथ रोज वहाँ जाते थे हमलोग तेजपत्ता क्लब नाम दिए थे। उस समय समझ नहीं आता था की दादा का मित्र पेड़ काट कर पत्ता क्यों बाटते है। पर जब हम अब घर में लगाए तो पता चला की हर बार पेड़ की कटाई करने पर पत्ता थोड़े फेकेंगे ,सबों को बाट ना ही पड़ता है। अकेले तो यूज़ नहीं कर सकते है।
      एक बार केरला गए थे वहाँ पर मसाले का गार्डन घूमने मिला वहीं पता चला की एक ही पेड़ से दालचीनी और तेजपत्ता मिलता है, पेड़ पुराना होना चाहिए। मेरा तो 8 -10 साल ही पुराना पेड़ है अभी तो पत्ता ही काम में ले रहे है. जब  और भी ज्यादा पुराना और बड़ा पेड़ हो जायेगा तब ही दालचीनी भी मिलने लगेगा। है ना कमाल का पेड़।




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