शनिवार, 4 नवंबर 2017

DEV DEEPAWALI

                                            देव दीपावली
                                                 कार्तिक पूर्णिमा
                                                        प्रकाश पर्व 

                      कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा तट पर उत्तरे देवलोक की छवि जैसी है काशी की देव दीपावली। बनारस के पंच गंगा घाट पर 1915 से  हजारों दीपक जला कर पूजा और आरती कर के देव दीपावली की शुरुआत की गई थी। 
     मान्यता ये है की भगवान विष्णु ने अपना पहला मत्स्य अवतार इसी दिन लिया था। और शिव जी भी इसी दिन त्रिपुर राक्छस का वध किये थे। इसलिए देव दीपावली पर्व मानने की प्रथा बनारस  में शुरू हो गई।  
       वैसे शरद पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक व्रत -त्योहार का लाईन लगा रहता है। कार्तिक पूर्णिमा में गुरुनानक जयन्ती होने के कारण प्रभात फेरी और प्रकाश पर्व भी पुरे देश में मनाया जाता है। गंगा स्नान के अलावा सभी नदियों में भी मेला लगता है और लोग बाग स्नान और दान -पुन्न करते है।
  रायपुर के महादेव घाट में भी लाखों लोग सुबह से ही  स्नान और दान पुन्न करने नदी के  तट पर जमा होने लगते हैं।  हर साल मेला का भी आयोजन होता  है।इस साल हमलोग भी मेला देखने  शाम को महादेव घाट पहुँच गए। मेला घूम कर  वापस घर आने पर बहुत ही सुन्दर कार्तिक पूर्णिमा का चाँद का दर्शन हुआ।





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