जमशेदपुर की शान
थर्ड मार्च की शाम जुबली पार्क के नाम
थर्ड मार्च हम जमशेदपुरीयन के लिये बहुत ही खास दिन होता है। इस दिन का हमसबों को इन्तजार रहता है। और इंतजार भी क्यों ना हो हमारे टाटा नगर के फाउंडर जमशेदजी नेशरवान जी टाटा का जन्म दिन पड़ता है। जब हमलोग बच्चे थे तो हमारे स्कूलों में इस अवसर में चॉक्लेट बटता था उस चॉकलेट का सबों को इंतजार रहता था। शाम को अतीशवाजी और पार्टी भी होता था बड़ा ही मजा आता था।
जमशेदपुर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है 3 -4 दीनो तक जुबलीपार्क में लाईट से सजाया जाता है। लेज़र शो ,लाइट ,म्युजिक सब देखने का मजा ही अलग है। इस बार 40 साल बाद 3 र्ड मार्च में ज़मशेदपुर में रहना हुआ फिर क्या था इस खास अवसर को कैसे छोड़ते हमलोग भी शहर घूमने और जुबलीपार्क का नजारा देखने निकल पड़े।बड़ा ही मनोरम द्रिश्य देखना हुआ। बचपन से भी ज्यादा सुन्दर सजावट।
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