सोमवार, 11 जनवरी 2016

MY 101ST BLOG

                  FINAL MESSAGE AFTER THIRTY YEARS OF FOREIGN TOUR
           
                                                                मेरा 101 वां ब्लॉग 
                     आज मेरा 101 वां ब्लॉग भी है और 30 सालों  का यात्रा का संस्मरण भी करीब -करीब पूरा होगया। 30 सालों का निचोड़ तो यही मिला की दुनिया बहुत ही सुन्दर है हर देश और प्रान्त के लोग बहुत ही अच्छे है। अलग -अलग जाति ,धर्म के लोगों से मिलना। अच्छे -अच्छे मित्र बनाना,हर टूर में बहुत ही अच्छे मित्र बने। कही रशियन बच्चों से दोस्ती हुआ तो कही ऑस्ट्रेलियन मित्र बनी ,कहीं अमेरीकन। किसी को भी जरा भी घमंड नहीं इतने अच्छे से बात करना घूमना और टूर समाप्त होने पर अफ़सोस जताना। 










 दुनिया घूमना बड़ा ही अच्छा लगा। विश्व प्रसिद्ध क्या नहीं देखना हुआ --
 1 -रशियन डांस ,ड्रामा ,सर्कस। 
 2 -ऑस्ट्रेलिया का बैले ,ओपेरा 
 3 -रियो का कार्निवल ,बारबेक्यू 
 4 यूनिवर्सिटी 
5 -नुक्कड़ नाटक ,फिल्म का शूटिंग 
 6 पोलैंड रेलवे  स्टेशन  का बड़ा मॉल 
    क्या नहीं और भी बहुत कुछ।
 फिर कभी देश -विदेश घुमना हुआ तो फिर कुछ अच्छा लगेगा तो फिर लिखेंगे। अब तो बस इतना ही .
  जाते -जाते अपने परिवार के सदस्य ,अपने मित्रों ,अपने रिश्तेदारों सबों को बहुत -बहुत धन्यबाद मेरा ब्लॉग देखने का।    


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