पद्मावती देवी मंदिर पन्ना
शक्ति पीठ पन्ना
पन्ना में पद्मावती शक्ति पीठ है। पन्ना में सती का दाहिना पैर (पदम )गिरा था। इसलिए इस शक्ति पीठ का नाम पद्मावती पड़ा। यहाँ हर धर्म के लोग मानता मांगने आते है और माथा टेकते है। उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। प्राचीन काल में पद्मावत नाम के राजा थे ,जो की शक्ति के उपासक थे। उन्होने अपनी आराध्य देवी माँ दुर्गा को पद्मावती नाम से मंदिर में स्थापित किया। इस छेत्र का नाम इसीसे पद्मावती पूरी हुआ। बाद में परना नदी के किनारे होने के कारन परना और फिर पन्ना हुआ।
पन्ना से पबई 45 किलोमीटर की दूरी में है यहाँ कालिका जी का मंदिर है।
पबई से मैहर 45 किलोमीटर की दूरी में है यहाँ शारदा देवी का मंदिर है।
मैहर से पन्ना 45 किलोमीटर की दूरी में है यहाँ दुर्गा देवी का मंदिर है।
तीनों मंदिर त्रिकोण में है और तीनो ही देवी का है। और ये आज का नहीं सैकड़ों साल पहले का है कैसे उस ज़माने में कौन से गणित से बना होगा क्या सोच रहा होगा। इस छेत्र में तीनो मंदिरों को लोग बहुत मानते है।
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