नीला जासवंत का फूल
बहु शाखा वाला वैगनी फूलों वाला झाड़ी नुमा नीला जसवंत फूल का पौधा होता है।ब्लू बर्ड इसका लातिन नाम है। पौधे को उचित कटाई छटाई करते रहने पर बाहरों मास भरपूर फूल खिलते रहता है। नमी और धुप दोनों पौधे को चाहिए।
वैसे तो लाल जासवंत का फूल वाला पौधा सभी कोइ जानते है। पूजा में जहाँ फूल काम में लिया जाता है वहीं औषधीय गुणों से भी भरपूर जासवन्त का पौधा होता है। आज कल नर्सरी मे अनेक रंगो वाला फूल वाला इसका पौधा मिलता है। लाल ,गुलाबी ,नारंगी सफ़ेद ,पीला आदि रंग के फूल। परन्तु हाईब्रीड पौधा में फूल भी कम होता हैऔर देख भाल भी ज्यादा करना पड़ता है।
मेरे पास लाल ,सफ़ेद,गुलाबी और वैगनी फूलो वाला पौधा है।वैगनी रंग वाला फूल कम ही लोग जानते है। कुन्नूर में बहुत देखने मिल जाता है। पहाड़ होने के कारन धुप भी भरपूर मिलता है और वर्षा होने के कारन नमी भी बना रहता है। वहां के मौसम में सभी रंगो के साथ वैगनी भी खूब खिलता है।वैसे रायपुर में अभी तक देखने नहीं मिला है।
बहु शाखा वाला वैगनी फूलों वाला झाड़ी नुमा नीला जसवंत फूल का पौधा होता है।ब्लू बर्ड इसका लातिन नाम है। पौधे को उचित कटाई छटाई करते रहने पर बाहरों मास भरपूर फूल खिलते रहता है। नमी और धुप दोनों पौधे को चाहिए।
वैसे तो लाल जासवंत का फूल वाला पौधा सभी कोइ जानते है। पूजा में जहाँ फूल काम में लिया जाता है वहीं औषधीय गुणों से भी भरपूर जासवन्त का पौधा होता है। आज कल नर्सरी मे अनेक रंगो वाला फूल वाला इसका पौधा मिलता है। लाल ,गुलाबी ,नारंगी सफ़ेद ,पीला आदि रंग के फूल। परन्तु हाईब्रीड पौधा में फूल भी कम होता हैऔर देख भाल भी ज्यादा करना पड़ता है।
मेरे पास लाल ,सफ़ेद,गुलाबी और वैगनी फूलो वाला पौधा है।वैगनी रंग वाला फूल कम ही लोग जानते है। कुन्नूर में बहुत देखने मिल जाता है। पहाड़ होने के कारन धुप भी भरपूर मिलता है और वर्षा होने के कारन नमी भी बना रहता है। वहां के मौसम में सभी रंगो के साथ वैगनी भी खूब खिलता है।वैसे रायपुर में अभी तक देखने नहीं मिला है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें