शिव जी का कृपा फल
आम
एक बार शिव जी पार्बती जी को आम्र फल दिए जो उनको बहुत पसंद आया. इस अलौकिक फल को शिव जी की कृपा से भारत भूमि में लगाया गया। तब से ये स्वादिस्ट फल भारत से पूरे एशिया में फैला।
और आम के नाम से जाना जाता है। वैसे भारत के साथ ही साथ पाकिस्तान और फिलिपीन्स का भी राष्ट्रीय फल आम ही है।16 वीं शताब्दी में सम्राट अकबर ने एक लाख आम का पेड़ बिहार में लगवाएं थे आज भी उस जगह को लखी बाग (लाख )के नाम से जाना जाता है
यह एक अति स्वादिष्ट मीठा ,रसीला ,फल है ,साथ ही अनेक रोगों में लाभदायक भी है। इसी कारण विश्व के सभी देशों में इसे फलों का राजा माना गया है।नाम से आम है पर है बहुत ही खास। हिन्दू धर्म में इसकी उपयोगिता को देख कर बहुत ही पवित्र पेड़ माना गया है। पूजा में हवन के लिये इसकी लकड़ियों का उपयोग होता है, तोरण में पतियों काम में लाते हैं . पका फल तो खाया ही जाता वहीं गर्मियों में कच्चे आम को लू के उपचार में काम लिया जाता है।कच्चे आम का पुदीने वाला चटनी भी गर्मियों में बहुत ही लाभकारी है।
हमारे देश में सैकड़ों प्रकार के आम होते हैं। हर राज्य में एक अलग किस्म और अलग नाम का और सभी बहुत ही स्वादिस्ट होता है। जगह -जगह आम के मौसम में मैंगो फेस्टीवल लगाया जाता है और आम का प्रदर्शन किया जाता है। लंगड़ा ,दशहरी ,हापुस ,हिमसागर ,तोतापरी ,नीलमपरी ,सिंदूरी आदि बहुत आकर -प्रकार के आम होते है।
अपने घर में भी दो आम का पेड़ है, जिसे कदीयम (साऊथ )से मंगवाये थे। अब तो बहुत पुराना पेड़ हो गया है और फल भी खुब देता है ,मीठा भी खूब है। कच्चा -पक्का दोनों ही बहुत खिलता है।
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