बरसात  कुन्नूर का 
10 साल से लगातार बारबार कुन्नूर आना जाना लगा लगा ही रहता है। 2 -4  महीना रहकर वापस रायपुर चले जाते हैं। पर इस बार ऐसा बरसात देखने मिला जो कभी भी  नहीं देखे। वैसे तो 10 -15 दिन आये हो गया पर यहाँ का भीगा -भीगा मौसम के कारण रोज आजकल कर  रहें थे। कम्प्यूटर में बैठने का मूड ही नहीं बन रहा था। कभी मूड बनता तो पावर नहीं होता आज सोचे आलस को अब छोड़ो कुछ काम ही करे। एक तो घर मे बच्चे भी नहीं। गर्मी की छुटियों मे घूमने गये है। करे तो करे क्या आखिर टाइम कैसे पास करें। बस बैठ गए कंप्यूटर लेकर। बरसात का मजा लेना और बंदरों का उत्पात देखना चल रहा है। 
फ्राइडे मई  15 



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