शनिवार, 1 मार्च 2025

#MAHAKUMBH#MELA#PRAYAGRAJ#2025

                     महाकुम्भ मेला प्रयागराज 2025

        हर 6 साल में अर्धकुम्भ और हर 12 साल में पूर्ण कुम्भ प्रयाग में संगम में लगता रहता है। इलाहाबाद जाना आना लगा रहने के कारन कुम्भ और माघ नहाने का अवसर भी मिल ही जाता है। इस बार 6 महीने पहले से ही सोच रखे थे की 2025 का कुम्भ स्नान के लिये संगम जायेंगे। टिकट भी कटा था। पर बाद में पता चला की इस बार का कुम्भ बहुत ही स्पेशल है  जो की 144 साल में एक बार होता है।सोचे चलो अच्छा ही है  संगम में डुबकी लगा लेंगे। माघ लगा कुम्भ स्नान शुरू हुआ भीड़ भी बहुत होना शुरू हुआ। लोगों को जाम में भी फसना पड़ा पैदल भी चलना हुआ।भीड़ देख कर दो दो बार टिकट भी कैंसल करवाए। पर मन नहीं मान रहा था ,लगा अभी नहीं तो कब, गंगा मैया का नाम लेकर  प्रयागराज आखिर पहुँच ही गए।संगम स्नान भी हुआ। दिल बहुत खुश हुआ त्रिवेणी संगम का स्वच्छ निर्मल जल में डुबकी लगाना बड़ा ही अच्छा लगा।वोटिंग का भी मजा लिये। विदेशी पक्छियों के झुंडो को भी देखना अच्छा लगा।देशी तो देशी विदेशी मेहमान लोग भी महाकुम्भ मेले का आनंद उठाए।  

            कुम्भ स्नान का धार्मिक महत्व तो है ही साथ ही सैकड़ों साधु संतो को भी देखना होता है। बहुत सारा अखाडा लगा रहता है जो की आकर्षण का केंद्र होता है।गंगा में रोज करीब हजारो करोड़ों लोगो ने डुबकी लगाई।उप्र सरकार ने  बहुत ही अच्छा व्यवस्था करी थी। साफ सफाई से लेकर हर तरह का इंतजाम। इतने बड़े आयोजन में थोड़ा बहुत भगदड़ तो होता ही है। तीर्थ यात्रियों को थोड़ी असुविधा भी हुई ,फिर भी करीब 66 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगाई और इस महापर्व के महा आयोजन के गवाह बने।पूरा प्रयाग का नजारा भी अद्भुत था। जहाँ तक नजर दौड़ाओ तीर्थ यात्री ही जाते और संगम स्नान कर लौटते दीख रहे थे। प्रयाग निवासी भी तीर्थयात्रियों का बहुत साथ दिया। महीनो तक जगह जगह लंगर चलता रहा। अपने अपने सामर्थ से सभी सेवा किये।